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पहलगाम आतंकी हमला: 28 की मौत, भारत ने पाकिस्तान पर कसी नकेल - ताजा अपडेट |
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई जिनमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल थे। बाइसारन घाटी, जिसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से जाना जाता है में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के छद्म संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट ने ली है।
क्या हुआ
था
हमले
में?
सूत्रों
के अनुसार दोपहर 2:30 बजे आतंकी पहाड़ियों
से उतरकर बाइसारन पहुंचे। उन्होंने पर्यटकों को पुरुष, महिला
और बच्चों में बांट दिया।
पुरुषों की धार्मिक पहचान
पूछी गई और जो
इस्लामिक आयतें नहीं पढ़ पाए
उन्हें गोली मार दी
गई। करीब 25-30 मिनट तक गोलीबारी
चली, जिसमें नवविवाहित नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल, कानपुर
के शुभम द्विवेदी और
टीसीएस कर्मचारी बिटान अधिकारी समेत कई निर्दोष
लोगों की जान चली
गई। एक महिला बची
ने बताया कि आतंकियों ने
उसे जिंदा छोड़कर पीएम मोदी को
संदेश देने को कहा।
भारत
की कड़ी प्रतिक्रियाहमले के
बाद भारत सरकार ने
त्वरित और कड़े कदम
उठाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी
सऊदी अरब यात्रा बीच
में छोड़कर दिल्ली लौटे और कैबिनेट
कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस)
की बैठक की। भारत
ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक
संबंधों को और कम
करने का फैसला किया।
प्रमुख कदमों में शामिल हैं:
- · इंडस वाटर ट्रीटी को निलंबित करना।
- · अटारी-वाघा बॉर्डर को तत्काल प्रभाव से बंद करना।
- · पाकिस्तान उच्चायोग के सैन्य कर्मचारियों को 'पर्सोना नॉन ग्राटा' घोषित कर निष्कासित करना।
- · पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द करना।
विदेश
सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस
में कहा कि इस
हमले में "सीमा पार के
तार" साफ दिखाई दे
रहे हैं। जांच में
पता चला है कि
हमले में सात आतंकी
शामिल थे जिनमें चार-पांच पाकिस्तान से
थे।
जम्मू-कश्मीर में एकजुटताहमले के
खिलाफ श्रीनगर, जम्मू, किश्तवाड़ और डोडा में
प्रदर्शन हुए। कश्मीरी व्यापारियों
ने मोमबत्ती जलाकर हमले की निंदा
की। स्थानीय लोग और होटल
एसोसिएशन ने पीड़ितों के
परिवारों के प्रति संवेदना
जताई। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने
मृतकों के परिवारों के
लिए मुआवजे की घोषणा की
और शवों को उनके
गृहनगर पहुंचाने का वादा किया।
विश्व
नेताओं की प्रतिक्रियाअमेरिका के राष्ट्रपति
डोनाल्ड ट्रंप, रूस के व्लादिमीर
पुतिन, इजरायल के बेंजामिन नेतन्याहू
और यूके के पूर्व
पीएम ऋषि सुनक समेत
कई वैश्विक नेताओं ने हमले की
निंदा की और भारत
के साथ एकजुटता जताई।
सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे
"कायराना और दानवतापूर्ण" करार देते
हुए दो मिनट का
मौन रखा।
पर्यटन
पर असरयह हमला उस समय
हुआ जब कश्मीर में
पर्यटन सीजन जोर पकड़
रहा था। हमले के
बाद पर्यटक घाटी छोड़ रहे
हैं। डीजीसीए और नागरिक उड्डयन
मंत्रालय ने श्रीनगर के
लिए अतिरिक्त उड़ानें शुरू की हैं।
होटल उद्योग को डर है
कि यह घटना पर्यटन
पर लंबे समय तक
असर डालेगी।
आगे क्या?
राष्ट्रीय
जांच एजेंसी (एनआईए) और स्थानीय पुलिस
हमले की जांच में
जुटी है। तीन संदिग्धों
के स्केच जारी किए गए
हैं और उनकी जानकारी
देने के लिए 20 लाख
रुपये के इनाम की
घोषणा की गई है।
गुरुवार को रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह की अध्यक्षता
में सर्वदलीय बैठक होने की
संभावना है।
यह हमला न केवल
एक त्रासदी है, बल्कि भारत
की संप्रभुता पर हमला है।
देश एकजुट होकर इस दुख
की घड़ी में पीड़ितों
के साथ खड़ा है
और आतंकवाद के खिलाफ मजबूती
से लड़ने का संकल्प ले
रहा है।
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