महाकुंभ मेला 2025: प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम शुरू हुआ |
बहुप्रतीक्षित महाकुंभ मेला जो दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन है, सोमवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में शुरू हुआ। पौष पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा नदी के पवित्र जल में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ ले रहे हैं।
पहले
'शाही स्नान' में लाखों तीर्थयात्री पापों को धोने और
मोक्ष प्राप्त करने के लिए त्रिवेणी
संगम, गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती
नदियों के संगम पर
एकत्रित हुए। 144 साल के अंतराल के
बाद आयोजित 45 दिवसीय इस आयोजन में
15 लाख विदेशी पर्यटकों सहित 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं
के आने की उम्मीद है।
पीएम मोदी
और
सीएम
योगी
ने
श्रद्धालुओं
का
स्वागत
किया
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने श्रद्धालुओं को
शुभकामनाएं दीं और महाकुंभ के
महत्व पर जोर दिया।
एक्स पर एक पोस्ट
में उन्होंने लिखा "भारतीय मूल्यों और संस्कृति को
संजोने वाले करोड़ों लोगों के लिए एक
बहुत ही खास दिन!
महाकुंभ भारत की कालातीत आध्यात्मिक
विरासत का प्रतीक है
और आस्था और सद्भाव का
जश्न मनाता है।" उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने भी तीर्थयात्रियों
का स्वागत किया और इस आयोजन
को आस्था और आधुनिकता का
संगम बताया।
A very special day for crores of people who cherish Bharatiya values and culture!
— Narendra Modi (@narendramodi) January 13, 2025
Maha Kumbh 2025 commences in Prayagraj, bringing together countless people in a sacred confluence of faith, devotion and culture. The Maha Kumbh embodies India’s timeless spiritual heritage and…
पौष पूर्णिमा की बधाई।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 12, 2025
विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम 'महाकुम्भ' का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है।
अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए, आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं…
सुरक्षा और
आराम
के
लिए
हाई-टेक
तैयारियाँ
उत्तर
प्रदेश सरकार ने तीर्थयात्रियों के
लिए एक सहज अनुभव
सुनिश्चित करने के लिए ₹7,000 करोड़
का बजट आवंटित किया है। राज्य के मुख्य सचिव
मनोज कुमार सिंह ने खुलासा किया
कि सुरक्षा और संरक्षा के
लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया
जा रहा है।
·
अंडरवाटर ड्रोन:
पहली बार, 24/7 निगरानी करने में सक्षम अंडरवाटर ड्रोन तैनात किए गए हैं।
·
एआई-सक्षम
कैमरे:
उन्नत कैमरे वास्तविक समय की निगरानी सुनिश्चित
करते हैं।
·
आपातकालीन सहायता:
पीएसी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की
टीमें 700 नावों पर तैनात हैं,
जो रिमोट लाइफ-सेविंग बोय से सुसज्जित हैं।
·
डिजिटल एकीकरण:
"डिजिटल कुंभ" पहल स्वच्छता, सुरक्षा और तकनीक-सक्षम
सहायता पर केंद्रित है।
·
सांस्कृतिक उत्सव:
बॉलीवुड का आध्यात्मिकता से
मिलन
यह
आयोजन सांस्कृतिक आनंद का वादा करता
है जिसमें संस्कृति मंत्रालय प्रतिष्ठित कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियाँ आयोजित कर रहा है।
कैलाश खेर, शंकर महादेवन, मोहित चौहान, हंस राज हंस, हरिहरन, कविता कृष्णमूर्ति और मैथिली ठाकुर
कलाग्राम में प्रस्तुति देने के लिए तैयार
हैं, जो भारत की
कला और विरासत का
जश्न मनाने वाला एक जीवंत सांस्कृतिक
स्थल है।
विश्वास की
वैश्विक
तीर्थयात्रा
प्रयागराज
आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम
का केंद्र बन गया है
जो दुनिया भर से तीर्थयात्रियों
और पर्यटकों को आकर्षित करता
है। महाकुंभ मेला 2025 न केवल भारत
की गहरी जड़ों वाली परंपराओं को प्रदर्शित करता
है, बल्कि वास्तव में अविस्मरणीय अनुभव के लिए प्राचीन
आध्यात्मिकता को आधुनिक तकनीक
के साथ मिलाने की देश की
क्षमता को भी प्रदर्शित
करता है।
महाकुंभ
भारत की विविधता में
एकता का प्रमाण है
जो लाखों लोगों को त्रिवेणी संगम
के पवित्र तटों पर खींचता है।