राहुल गांधी रायबरेली सीट बरकरार रखेंगे, प्रियंका गांधी वायनाड से चुनाव लड़ेंगी |
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के बाद एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट बरकरार रखने और केरल की वायनाड सीट खाली करने के अपने फैसले की घोषणा की है। इस रणनीतिक कदम से उनकी बहन प्रियंका गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है, जिससे इस क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी की मौजूदगी और मजबूत होगी।
राहुल गांधी
की
दोहरी
जीत
राहुल
गांधी दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में विजयी हुए उन्होंने वायनाड को 3,64,422 वोटों के अंतर से
और रायबरेली को 3,90,030 वोटों के अंतर से
जीता। रायबरेली से उनकी जीत
सोनिया गांधी के स्वास्थ्य कारणों
से राज्यसभा में जाने के बाद हुई
है। मीडिया को संबोधित करते
हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "राहुल
गांधी दो लोकसभा सीटों
से जीते हैं, लेकिन कानून के अनुसार उन्हें
एक सीट खाली करनी होगी। राहुल गांधी रायबरेली सीट रखेंगे और वायनाड लोकसभा
सीट खाली करेंगे।"
#WATCH | Congress leaders and Brother-sister duo Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra share a hug after the announcement of Priyanka's candidature from the Wayanad Lok Sabha seat, presently represented by her brother Rahul Gandhi.
— ANI (@ANI) June 17, 2024
Rahul Gandhi keeps Raebareli Lok Sabha seat,… pic.twitter.com/Ldonte5VyN
दोनों निर्वाचन
क्षेत्रों
से
भावनात्मक
जुड़ाव
अपनी
भावनाओं को व्यक्त करते
हुए राहुल गांधी ने रायबरेली और
वायनाड दोनों से अपने गहरे
भावनात्मक जुड़ाव को उजागर किया।
उन्होंने वायनाड के लोगों को
आश्वासन दिया कि प्रियंका गांधी
उनके निर्वाचन क्षेत्र के लिए एक
सक्षम नेता होंगी। उन्होंने कहा "प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ेंगी,
लेकिन मैं समय-समय पर निर्वाचन क्षेत्र
का दौरा करता रहूंगा। हम वायनाड और
रायबरेली के लोगों से
किए गए वादों को
पूरा करेंगे।"
उत्तर प्रदेश
पर
रणनीतिक
ध्यान
रायबरेली
सीट को बरकरार रखने
का कांग्रेस पार्टी का फैसला लोकसभा
सीटों के मामले में
सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश पर उसके रणनीतिक
ध्यान को रेखांकित करता
है। इस साल राज्य
में पार्टी के प्रदर्शन में
काफी सुधार हुआ है, 2019 के चुनावों में
केवल एक सीट की
तुलना में इसने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा
और छह पर जीत
हासिल की। इस कदम का
उद्देश्य उत्तर प्रदेश के लोगों की
सेवा करने और क्षेत्र में
अपने राजनीतिक गढ़ को पुनर्जीवित करने
के लिए कांग्रेस पार्टी की प्रतिबद्धता को
इंगित करना है।
प्रियंका गांधी
की
प्रतिबद्धता
मीडिया
से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने रायबरेली और
वायनाड दोनों की सेवा करने
के लिए अपना समर्पण व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "मैं दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों की
उसी प्रतिबद्धता और जोश के
साथ सेवा करना जारी रखूंगी।"
#WATCH | Congress leader Priyanka Gandhi Vadra says, "I am very happy to be able to represent Wayanad and I will not let them feel his (Rahul Gandhi's) absence. I will work hard and I will try my best to make everyone happy and be a good representative. I have a very old… pic.twitter.com/Ii7kcrrlKC
— ANI (@ANI) June 17, 2024
चूंकि
राहुल गांधी रायबरेली पर ध्यान केंद्रित
कर रहे हैं, इसलिए वायनाड में उनकी बहन की उम्मीदवारी से
पार्टी की उपस्थिति मजबूत
होने और मतदाताओं से
किए गए वादों को
पूरा करने की उम्मीद है।
गांधी भाई-बहनों के बीच जिम्मेदारियों
के इस रणनीतिक वितरण
का उद्देश्य दोनों प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी के प्रयासों को
मजबूत करना है।