कांग्रेस ने यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होने के बाद मोदी सरकार की आलोचना की, जवाबदेही की मांग की |
बुधवार को तीखी बहस में कांग्रेस पार्टी ने यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होने के बाद मोदी सरकार को "पेपर लीक सरकार" करार दिया। परीक्षा रद्द होने की खबरें आने के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार देर रात कार्रवाई की।
कांग्रेस
अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी आलोचना
में मुखर होकर सवाल उठाया कि क्या शिक्षा
मंत्री इस मुद्दे की
जिम्मेदारी लेंगे। खड़गे ने मेडिकल प्रवेश
परीक्षा नीट में कथित अनियमितताओं को भी उजागर
किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी को अपनी "परीक्षा
पे चर्चा" पहल जैसे सत्र में इन चिंताओं को
दूर करने की चुनौती दी।
एक्स
पर एक पोस्ट में
खड़गे ने हिंदी में
कहा "नरेंद्र मोदी जी आप परीक्षाओं
पर बहुत चर्चा करते हैं, लेकिन आप 'नीट परीक्षा पे चर्चा' कब
करेंगे? यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होना लाखों छात्रों के जुनून की
जीत है। यह मोदी सरकार
के अहंकार की हार है,
जिसने हमारे युवाओं के भविष्य को
रौंदने का प्रयास किया
है।"
.@narendramodi जी,
— Mallikarjun Kharge (@kharge) June 19, 2024
आप "परीक्षा पर चर्चा" तो बहुत करते हैं, "NEET परीक्षा पर चर्चा" कब करेंगे?
UGC-NET परीक्षा को रद्द करना लाखों छात्र-छात्राओं के जज़्बे की जीत है।
ये मोदी सरकार के अहंकार की हार है जिसके चलते उन्होंने हमारे युवाओं के भविष्य को रौंदने का कुत्सित प्रयास…
खड़गे
ने नीट पेपर लीक के बारे में
केंद्रीय शिक्षा मंत्री के असंगत बयानों
की ओर इशारा किया,
जिसमें बिहार, गुजरात और हरियाणा में
शिक्षा माफिया की हाल ही
में हुई गिरफ़्तारियों पर प्रकाश डाला
गया। उन्होंने पूछा, "नीट परीक्षा कब रद्द होगी?"
"मोदी जी, नीट परीक्षा में भी अपनी सरकार
की धांधली और पेपर लीक
को रोकने की ज़िम्मेदारी लें।"
कांग्रेस
पार्टी ने आगे मोदी
सरकार पर युवाओं के
भविष्य को खतरे में
डालने का आरोप लगाया।
एक्स पर एक पोस्ट
में पार्टी ने कहा, "कल
देश के विभिन्न शहरों
में यूजीसी-नेट परीक्षा आयोजित की गई थी।
आज पेपर लीक के संदेह में
परीक्षा रद्द कर दी गई।
पहले नीट पेपर लीक हुआ और अब यूजीसी-नेट पेपर। मोदी सरकार 'पेपर लीक सरकार' बन गई है।"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी स्थिति
से निपटने के सरकार के
तरीके की निंदा की,
इसे भाजपा प्रशासन के भीतर "भ्रष्टाचार
और ढिलाई" के लिए जिम्मेदार
ठहराया। उन्होंने मांग की कि जवाबदेही
स्थापित की जाए और
सवाल किया कि क्या शिक्षा
मंत्री बार-बार होने वाली समस्याओं के लिए ज़िम्मेदारी
स्वीकार करेंगे। वाड्रा ने हिंदी में
एक पोस्ट में पूछा "नीट परीक्षा में घोटाले की खबर के
बाद अब 18 जून को आयोजित नेट
परीक्षा भी अनियमितताओं की
आशंका के चलते रद्द
कर दी गई है।
क्या अब जवाबदेही तय
होगी? क्या शिक्षा मंत्री इस ढिलाई की
जिम्मेदारी लेंगे?"
कांग्रेस
पार्टी का यह कड़ा
रुख परीक्षा पेपर लीक की बार-बार
हो रही घटनाओं को लेकर छात्रों
और अभिभावकों में बढ़ती निराशा के बीच आया
है, जिसमें महत्वपूर्ण परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित
करने के लिए तत्काल
और प्रभावी कदम उठाने की मांग की
गई है।