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उत्तराखंड के हलद्वानी में अवैध मस्जिद गिराए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया |
उत्तराखंड के हलद्वानी में एक विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल गया क्योंकि अदालत के आदेश के बाद एक अवैध मस्जिद के विध्वंस को लेकर प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। स्थिति जल्द ही नियंत्रण से बाहर हो गई क्योंकि महिलाओं और बच्चों सहित प्रदर्शनकारियों ने आस-पास की इमारतों की दीवारों और छतों के पीछे से पुलिस अधिकारियों पर पथराव और पेट्रोल बम फेंकना शुरू कर दिया।
#WATCH | Uttarakhand | Violence broke out in Banbhoolpura, Haldwani following an anti-encroachment drive today. DM Nainital has imposed curfew in Banbhoolpura and ordered a shoot-on-sight order for rioters. Details awaited. pic.twitter.com/Qykla7UO65
— ANI (@ANI) February 8, 2024
यहां अब
तक
के
प्रमुख
घटनाक्रम
हैं:
हताहत: राज्य के एडीजी कानून
एवं व्यवस्था एपी अंशुमान ने पुष्टि की
कि विरोध प्रदर्शन में चार लोगों की जान चली
गई जबकि 100 से अधिक पुलिसकर्मी
घायल हो गए। उन्हें
अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां जिला मजिस्ट्रेट वंदना सिंह ने उनसे मुलाकात
की और आवश्यक सहायता
का आश्वासन दिया।
पूर्व नियोजित
दंगे:
जिला मजिस्ट्रेट वंदना सिंह ने टिप्पणी की
कि दंगे पूर्व नियोजित लगते हैं और वायदा किया कि कोई भी अपराधी बख्शी नहीं जाएंगे।
सरकार की
प्रतिक्रिया:
अशांति के जवाब में
पुष्कर सिंह धामी सरकार ने दंगाइयों के
खिलाफ देखते ही गोली मारने
का आदेश जारी किया और क्षेत्र में
अर्धसैनिक बलों की चार कंपनियां
तैनात कीं। स्थिति पर काबू पाने
के लिए विभिन्न जिलों से अतिरिक्त बल
भी तैनात किए गए हैं।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रशासन को उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। देवभूमि उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा। pic.twitter.com/IxiQfPfHNR
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 8, 2024
सुरक्षा उपाय:
सरकार ने स्कूलों, कॉलेजों,
दुकानों, बाजारों और इंटरनेट सेवाओं
को बंद करने सहित कई प्रतिबंध लगाए।
आवाजाही प्रतिबंधित है केवल चिकित्सीय
आपात स्थिति में ही अनुमति दी
गई है।
आधिकारिक कार्रवाई:
मुख्यमंत्री धामी ने स्थिति की
समीक्षा के लिए वरिष्ठ
अधिकारियों के साथ बैठक
की और कानून व्यवस्था
को बाधित करने वालों के खिलाफ सख्त
कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने जनता से शांति बनाए
रखने की अपील की
और असामाजिक तत्वों को परिणाम भुगतने
की चेतावनी दी।
कानून प्रवर्तन
के
प्रयास:
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि
दंगाइयों ने पुलिस स्टेशन
के पास तोड़फोड़ की और सीसीटीवी
फुटेज का उपयोग करके
उनकी पहचान करने के प्रयास जारी
हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
उत्तराखंड के पूर्व सीएम
और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने स्थिति पर
चिंता व्यक्त की और लोगों
से शांति बनाए रखने का आग्रह किया।
#WATCH | Haldwani violence | Former Uttarakhand CM Harish Rawat says, "I am very concerned and sad looking at the situation in Haldwani. The history of Haldwani has been that of peace, harmony, brotherhood and progress. Today, we are ashamed of the situation that has arisen… pic.twitter.com/1E5vqGcg4W
— ANI (@ANI) February 8, 2024
कानूनी प्रभाव: उत्तराखंड सरकार ने घोषणा की कि दंगाइयों पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप लगाए जाएंगे। विशेष रूप से दंगे समान नागरिक संहिता विधेयक के पारित होने के बाद हुए जिसका उद्देश्य राज्य में सभी समुदायों के लिए समान कानूनी उपचार सुनिश्चित करना है।
अर्धसैनिक तैनाती:
महानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे ने हिंसा प्रभावित
क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों की चार कंपनियों
की तैनाती की पुष्टि की
जिसमें उधम सिंह नगर से पीएसी की
दो कंपनियां पहले से ही मौजूद
हैं।
हलद्वानी
में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है क्योंकि अधिकारी
शांति बहाल करने और अपराधियों को
न्याय के कटघरे में
लाने के लिए काम
कर रहे हैं। कड़े सुरक्षा उपायों और राजनीतिक जांच
के बीच यह घटना सांप्रदायिक
सद्भाव बनाए रखने और कानून का
शासन लागू करने की चुनौतियों को
रेखांकित करती है।
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