सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने को वैध ठहराया |
11 दिसंबर को दिए गए एक ऐतिहासिक फैसले में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने को संवैधानिक रूप से वैध ठहराया। इसके अतिरिक्त अदालत ने भारत के चुनाव आयोग को 30 सितंबर 2024 तक जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए चुनाव आयोजित करने का निर्देश दिया।
क्षेत्र को
विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द करने के फैसले की पुष्टि करते हुए सुप्रीम
कोर्ट ने केंद्र सरकार के लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में पुनर्गठित करने
का भी समर्थन किया। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल ने एक अलग लेकिन सहमत फैसले में इस बात
पर प्रकाश डाला कि अनुच्छेद 370 का उद्देश्य हमेशा अस्थायी होना था।
फैसले ने
राजनीतिक क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया जिसमें दुःख और
उल्लास दोनों की अभिव्यक्तियाँ थीं।
आर्टिकल 370 हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आज का निर्णय ऐतिहासिक है, जो 5 अगस्त, 2019 को संसद में लिए गए फैसले पर संवैधानिक मुहर लगाता है। इसमें जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहनों के लिए उम्मीद, उन्नति और एकता का एक सशक्त संदेश है। माननीय कोर्ट के इस फैसले ने हमारी…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 11, 2023
जम्मू-कश्मीर
के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने शीर्ष अदालत के फैसले पर दुख व्यक्त करते हुए
इसे 'दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण' करार दिया। उन्होंने यह भावना व्यक्त की कि जम्मू-कश्मीर
के लोगों में असंतोष के बावजूद, उन्हें फैसले के साथ आना होगा।
#WATCH | Democratic Progressive Azad Party (DPAP) President Ghulam Nabi Azad says, "We are disappointed by the Supreme Court verdict..."
— ANI (@ANI) December 11, 2023
Supreme Court upholds abrogation of Article 370 in Jammu & Kashmir constitutionally valid pic.twitter.com/BymzEbnLLP
एक अन्य पूर्व
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने निराशा व्यक्त की लेकिन निराशा नहीं। उन्होंने लगातार
संघर्ष पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को इस मुकाम तक पहुंचने
में कई साल लग गए जो एक लंबी लड़ाई के लिए तत्परता का संकेत देता है।
Disappointed but not disheartened. The struggle will continue. It took the BJP decades to reach here. We are also prepared for the long haul. #WeShallOvercome #Article370
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) December 11, 2023
कश्मीर में
महाराजा हरि सिंह के पुत्र वरिष्ठ कांग्रेस नेता करण सिंह ने फैसले से नाखुश लोगों
को अपरिहार्य वास्तविकता को स्वीकार करने की सलाह दी। उन्होंने नकारात्मकता को बढ़ावा
देने के बजाय आगामी चुनावों में शामिल होने के प्रयासों को पुनर्निर्देशित करने का
आग्रह किया।
#WATCH | On Supreme Court constitutionally validating the removal of Article 370 in Jammu and Kashmir, senior Congress leader and Maharaja Hari Singh's son Karan Singh says, "A section of people in J&K who will not be happy with this judgment, my sincere advice is that they… pic.twitter.com/4xm4x06E8S
— ANI (@ANI) December 11, 2023
बीजेपी के
अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
की सराहना की। उन्होंने फैसले का स्वागत किया, धारा 370 और 35ए को हटाने की संवैधानिक
पीठ की पुष्टि पर प्रकाश डाला, साथ ही इसके पीछे की प्रक्रिया और उद्देश्य का समर्थन
किया।
माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा धारा 370 के विषय में दिये गये फ़ैसले का भारतीय जनता पार्टी स्वागत करती है। उच्चतम न्यायालय की संवैधानिक पीठ ने धारा 370 और 35A को हटाने के लिए दिए गये निर्णय, उसकी प्रक्रिया और उद्देश्य को सही ठहराया है। माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी की सरकार…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) December 11, 2023
फैसले के
निहितार्थों ने राजनीतिक हस्तियों के बीच भावनाओं की एक श्रृंखला को जन्म दिया है जो जम्मू-कश्मीर के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य की चल रही जटिलता और महत्व को रेखांकित
करता है।