प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी को जयंती पर श्रद्धांजलि दी |
आज 25 दिसंबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 'सदैव अटल' स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करके पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कद्दावर नेता वाजपेयी को भारतीय राजनीति और राष्ट्र निर्माण में उनके अमूल्य योगदान के लिए याद किया जाता है।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi pays floral tribute to former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee at 'Sadaiv Atal' memorial, on his birth anniversary. pic.twitter.com/BqpmVC6tie
— ANI (@ANI) December 25, 2023
आज
एक हार्दिक संदेश में पीएम मोदी ने गहरा सम्मान
व्यक्त करते हुए कहा "हमारे देश के सभी नागरिकों
की ओर से मैं
पूर्व प्रधान मंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी
जयंती पर अपनी गहरी
श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। वह तेजी लाने
में लगे रहे।" अपने पूरे जीवन में राष्ट्र निर्माण किया।”
वाजपेयी
के अटूट समर्पण को दर्शाते हुए
पीएम मोदी ने कहा "भारत
माता के प्रति उनका
समर्पण और सेवा उनके
अमर युग में भी प्रेरणा का
स्रोत बनी रहेगी।"
पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर देश के सभी परिवारजनों की ओर से मेरा कोटि-कोटि नमन। वे जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे। मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा। pic.twitter.com/RfiKhMb27x
— Narendra Modi (@narendramodi) December 25, 2023
उत्तर
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने भी प्रधानमंत्री
के रूप में वाजपेयी के उल्लेखनीय कार्यकाल
की सराहना करते हुए दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित
की। आदित्यनाथ ने स्थिर शासन
प्रदान करने की वाजपेयी की
विरासत पर जोर दिया
और राष्ट्र के लिए इसके
चल रहे लाभों पर जोर देते
हुए यह परंपरा आज
तक कायम है।
पूर्व प्रधानमंत्री, 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती की पूर्व संध्या पर आज लखनऊ में आयोजित 'अटल गीत गंगा' कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ। इस अवसर अटल जी के साथ जुड़े रहे महानुभावों को सम्मानित करने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 24, 2023
अटल जी सम और विषम, दोनों परिस्थितियों… pic.twitter.com/AggFRmI21s
भारत की आत्मा को झंकृत करने वाले जननेता, भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष, पूर्व प्रधानमंत्री, 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 25, 2023
अटलजी के विचार सुशासन की नींव हैं, जो हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
सभी को 'सुशासन दिवस' की शुभकामनाएं! pic.twitter.com/drNu6SB85l
वाजपेयी
को राजनीति का 'अजातशत्रु' बताते हुए आदित्यनाथ ने दिवंगत नेता
की अनुकूल और चुनौतीपूर्ण दोनों
परिस्थितियों से निपटने की
क्षमता की प्रशंसा की।
इसके अतिरिक्त आदित्यनाथ ने 2024 में अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म के
आगामी शताब्दी समारोह का भी उल्लेख
किया, जो प्रख्यात नेता
की याद में एक साल तक
चलने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला का
संकेत है।
अटल
बिहारी वाजपेयी की राजनीतिक यात्रा
1957 में शुरू हुई और उन्होंने भारतीय
राजनीति में महत्वपूर्ण प्रगति की जिसकी परिणति
1996 के आम चुनावों में
भाजपा की ऐतिहासिक जीत
के रूप में हुई। उनके नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण क्षण
आया क्योंकि उन्होंने सफलतापूर्वक एक स्थिर गैर-कांग्रेसी सरकार का नेतृत्व किया
जिसने अपना कार्यकाल पूरा किया जो देश के
राजनीतिक इतिहास में एक उल्लेखनीय उपलब्धि
थी।
अपनी
वाक्पटुता और राजनीतिज्ञता के
लिए याद किए जाने वाले वाजपेयी की स्थायी विरासत
आज भी देश को
प्रेरित और मार्गदर्शन करती
है। भारतीय राजनीति में उनका योगदान इतिहास में अंकित है जो देश
के शासन और विकास पर
उनके स्थायी प्रभाव को दर्शाता है।