छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पर सट्टेबाजी ऐप घोटाले में ₹508 करोड़ लेने का आरोप |
महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले से जुड़े एक आरोपी शुभम सोनी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश भगेल पर बड़े पैमाने पर ₹508 करोड़ की रिश्वत देने का चौंकाने वाला आरोप लगाया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस खुलासे ने राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में भूचाल ला दिया है।
सोनी
के दावों वाला वीडियो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा जारी किया गया था और इसने
भयंकर राजनीतिक आग भड़का दी
है। वीडियो में सोनी जो खुद को
महादेव बुक सट्टेबाजी ऐप के मालिक
के रूप में बताता है ने आरोप
लगाया कि मुख्यमंत्री, उनके
बेटे बिट्टू भगेल, उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और एक आईपीएस
अधिकारी अवैध सट्टेबाजी सिंडिकेट में शामिल थे। उन्होंने आगे भारत सरकार से सहायता की
गुहार लगाते हुए कहा कि वह राजनीतिक
व्यवस्था में फंसा हुआ महसूस करते हैं और अपनी सुरक्षा
को लेकर भयभीत हैं।
"मैं हूं महादेव बेटिंग ऐप का मालिक, भूपेश बघेल के कहने पर दुबई गया और मैंने अब तक 508 करोड़ रुपये दिए हैं!"
— BJP (@BJP4India) November 5, 2023
महादेव बेटिंग एप मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूरी तरह लिप्त हैं। एप के मालिक शुभम सोनी ने दुबई से वीडियो जारी कर बताई सारी सच्चाई। pic.twitter.com/br5B4ODfj6
बीजेपी
के केंद्रीय मीडिया संयोजक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इन आरोपों
पर तुरंत प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा ''दुबई में बैठे आरोपी शुभम सोनी ने इस वीडियो
में महादेव ऐप की पूरी
कहानी बताई है कि इस
सट्टेबाजी ऐप से कौन-कौन जुड़ा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है
कि सीएम बघेल, उनके बेटे बिट्टू, उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और इस सिंडिकेट
में एक आईपीएस अधिकारी
शामिल थे। बघेल को एक मिनट
भी पद पर बने
रहने का कोई नैतिक
अधिकार नहीं है।"
हालांकि
छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने इन आरोपों
का जोरदार खंडन किया है और वीडियो
को भाजपा की साजिश करार
दिया है। कांग्रेस प्रदेश संचार शाखा के अध्यक्ष सुशी
आनंद शुक्ला ने भाजपा पर
राज्य में कांग्रेस से मुकाबला करने
में विफल रहने के कारण साजिशों
का सहारा लेने का आरोप लगाया।
शुक्ला ने इस बात
पर जोर दिया कि महादेव ऐप
मामले में मुख्य आरोपी शुभम सोनी नहीं बल्कि सौरभ चंद्राकर हैं।
प्रवर्तन
निदेशालय (ईडी) अवैध सट्टेबाजी ऐप सिंडिकेट की
जांच कर रहा है
और हाल ही में छत्तीसगढ़
में महादेव बुक के परिसरों पर
छापेमारी की है। ईडी
के अनुरोध के जवाब में
केंद्र सरकार ने महादेव ऐप
सहित 22 अवैध सट्टेबाजी प्लेटफार्मों के खिलाफ ब्लॉकिंग
आदेश जारी किए हैं।
इन
चौंकाने वाले आरोपों ने छत्तीसगढ़ के
राजनीतिक परिदृश्य को उथल-पुथल
में डाल दिया है और आगामी
विधानसभा चुनाव पर इनका महत्वपूर्ण
प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
जैसे-जैसे जांच जारी रहेगी शुभम सोनी द्वारा किए गए दावों के
पीछे की सच्चाई की
बारीकी से जांच की
जाएगी जिसके राज्य के नेतृत्व और
अवैध सट्टेबाजी संचालन के भविष्य पर
संभावित दूरगामी परिणाम होंगे।