नई दिल्ली, 2 अक्टूबर, 2023 - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती के अवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 2 अक्टूबर 1904 को जन्मे लाल बहादुर शास्त्री 1964 से 1966 तक भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के पद पर रहे।
PM Shri @narendramodi paid tributes to Lal Bahadur Shastri at Vijay Ghat in New Delhi. pic.twitter.com/vifXKlc3zO
— BJP (@BJP4India) October 2, 2023
सोशल
मीडिया के माध्यम से
दिए गए एक संदेश
में पीएम मोदी ने शास्त्री की
स्थायी विरासत के लिए अपनी
प्रशंसा व्यक्त की। उन्होंने कहा "लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी
जयंती पर याद कर
रहा हूं। उनकी सादगी, राष्ट्र के प्रति समर्पण
और 'जय जवान, जय
किसान' का प्रतिष्ठित आह्वान
आज भी पीढ़ियों को
प्रेरित करता है। भारत की प्रगति के
प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और चुनौतीपूर्ण समय
में उनका नेतृत्व समय अनुकरणीय बना हुआ है। हम हमेशा एक
मजबूत भारत के लिए उनके
दृष्टिकोण को साकार करने
के लिए काम करते रहेंगे।"
Remembering Lal Bahadur Shastri Ji on his Jayanti. His simplicity, dedication to the nation, and iconic call for 'Jai Jawan, Jai Kisan' resonate even today, inspiring generations. His unwavering commitment to India's progress and his leadership during challenging times remain…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2023
प्रधानमंत्री
मोदी ने सुबह-सुबह
विजय घाट स्मारक पर जाकर दिवंगत
नेता को पुष्पांजलि अर्पित
करके अपना सम्मान प्रदर्शित किया।
स्मरणोत्सव
में शामिल होते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी विजय
घाट पर अपनी श्रद्धांजलि
अर्पित की जो राष्ट्र
के लिए लाल बहादुर शास्त्री के योगदान के
महत्व को दर्शाता है।
कांग्रेस
के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन
खड़गे ने भी शास्त्री
की स्मृति का सम्मान करने
का अवसर लिया। खड़गे ने भूमि सुधार,
दुग्ध और हरित क्रांति
की नींव और विभिन्न कल्याणकारी
उपायों सहित शास्त्री की उल्लेखनीय उपलब्धियों
पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर
जोर दिया कि शास्त्री की
सादगी सभी के लिए प्रेरणा
का स्रोत बनी हुई है। अपनी श्रद्धांजलि में खड़गे ने कहा "उच्च
विचारों के धनी शास्त्री
जी की सादगी और
सरल जीवन हमारे लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा। 'जय जवान-जय
किसान।"
“देश की तरक्की के लिए हमें आपस में लड़ने के बजाए गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ना होगा”
— Mallikarjun Kharge (@kharge) October 2, 2023
~ लाल बहादुर शास्त्री
भूमि सुधार से लेकर दुग्ध व हरित क्रांति की नींव रखने तक, रेलवे में थर्ड क्लास को ख़त्म करने से लेकर बसों में महिलाओं के लिए सीट का प्रावधान देने तक, 1965 की जंग से… pic.twitter.com/T050t6LYST
प्रधान
मंत्री के रूप में
लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल ने
भारत के इतिहास पर
एक अमिट छाप छोड़ी। किसानों और सशस्त्र बलों
के कल्याण के प्रति उनकी
प्रतिबद्धता जैसा कि 'जय जवान, जय
किसान' के नारे का
प्रतीक है, आज भी मनाया
जाता है। शास्त्री का राजनीतिक दर्शन
महात्मा गांधी की शिक्षाओं से
गहराई से प्रभावित था
और उन्होंने देश की प्रगति को
आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लाल
बहादुर शास्त्री का जीवन और
नेतृत्व भारतीयों की पीढ़ियों को
प्रेरित करती है और उन्हें सादगी, समर्पण और राष्ट्र के
प्रति प्रतिबद्धता के मूल्यों की
याद दिलाती है, जिन्हें उन्होंने अपनाया। इस विशेष अवसर
पर राष्ट्र एक सच्चे राजनेता
की विरासत को याद करने
और उसका सम्मान करने के लिए एक
साथ आता है।
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