मणिपुर सरकार ने कानून एवं व्यवस्था की चिंताओं के बीच स्कूल, मोबाइल इंटरनेट सेवाएँ बंद करने का आदेश दिया

anup
By -
0

इम्फाल, मणिपुर - राज्य में चल रही कानून और व्यवस्था की चुनौतियों के मद्देनजर मणिपुर सरकार ने शुक्रवार 29 सितंबर 2023 तक सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब राज्य समस्याओं से जूझ रहा है। गुरुवार को पैगंबर मोहम्मद की जयंती ईद-ए-मिलाद के अवसर पर राज्य में सार्वजनिक अवकाश है।


शिक्षा निदेशालय - स्कूल, मणिपुर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक ट्वीट के माध्यम से यह घोषणा की। छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए बुधवार, 27 सितंबर, 2023 और शुक्रवार, 29 सितंबर, 2023 को बंद प्रभावी है।

 

इसके साथ ही अधिकारियों ने राज्य भर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को पांच दिनों की अवधि के लिए निलंबित कर दिया है। ये प्रतिबंध 1 अक्टूबर, 2023 को शाम 7:45 बजे तक लागू रहेंगे। मोबाइल इंटरनेट एक्सेस को सीमित करने का निर्णय विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से दुष्प्रचार, झूठी अफवाहों और हिंसा भड़काने के संबंध में चिंताओं के जवाब में किया गया था।

 

मणिपुर सरकार के गृह विभाग ने मैसेजिंग सेवाओं और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से गलत सूचना के प्रसार और हिंसक गतिविधियों की संभावना पर गंभीर चिंता व्यक्त की। अगर इन कार्रवाइयों पर नियंत्रण नहीं लगाया गया तो जान-माल की हानि हो सकती है जिससे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति और खराब हो सकती है।

 

इससे पहले दिन में राज्य में एक अफसोसजनक घटना देखी गई जिसमें इंफाल घाटी में 45 छात्र घायल हो गए। चोटें पुलिस के हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप हुईं जिसमें आंसू गैस के गोले दागना और विरोध भीड़ पर लाठीचार्ज करना शामिल था। यह विरोध जुलाई में दो युवकों के कथित अपहरण और उसके बाद हत्या के बाद भड़का था। छात्र इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।

 

स्थिति तब बिगड़ गई जब प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे थे और इंफाल पूर्वी जिले के संजेनथोंग के पास पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई। आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को आंसू गैस के गोले और लाठियां चलानी पड़ीं।

 

स्थिति पर बोलते हुए एक पुलिस अधिकारी ने टिप्पणी की "स्कूल और कॉलेज के छात्रों ने दो युवकों की हत्या के विरोध में इंफाल में एक रैली निकाली। जैसे ही छात्र सीएम सचिवालय की ओर बढ़ रहे थे, सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए कार्रवाई की।"

 

थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जैसे जिलों में भी छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच इसी तरह के विरोध प्रदर्शन और झड़प की सूचना मिली है।

 

बढ़ती अशांति के जवाब में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार देर रात एक बयान जारी कर घोषणा की कि दो मारे गए छात्रों का मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया है। राज्य पुलिस, केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से सक्रिय रूप से मामले की जांच कर रही है और अपराधियों को पकड़ने के लिए काम कर रही है।

 

सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और आगे की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा कर्मियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है साथ ही प्रभावित छात्रों की छवियों के व्यापक प्रसार के मद्देनजर अतिरिक्त उपाय किए गए हैं।

 

इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच मणिपुर सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए ये कदम उठा रही है।

 

Tags:

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

Hi Please, Do not Spam in Comments

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!