चक्रवात मोचा ने म्यांमार में कहर बरपाया: तीन लोगों की मौत ,गंभीर क्षति

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मोचा चक्रवाती तूफान बनने से पहले और कमजोर होने के ट्रेंड जारी रखने से कुछ घंटे पहले ही म्यांमार में तबाही मचा दी। इस ताकतवर तूफान ने रविवार को म्यांमार के सीतवे पोर्ट शहर को बर्बाद कर दिया  जिससे भारी बाढ़ गई और तीन लोगों की मौत हो गई


चक्रवात मोचा से भारी नुकसान

म्यांमार के रखाइन राज्य की राजधानी सितवे ने इसके कुछ हिस्सों में भारी बाढ़ देखी और 130 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं ने शहर में संपत्ति को गंभीर नुकसान पहुंचाया। तेज गति की हवाओं ने टिन की छतों को उड़ा दिया और सितवे में एक संचार टॉवर को गिरा दिया। चक्रवात के कारण राज्य में भी हताहत हुए क्योंकि इसके परिणामस्वरूप भूस्खलन हुआ। भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई, जिन्हें बाद में बचाव टीम द्वारा निकाला गया। अल जज़ीरा की रिपोर्ट का हवाला देते हुए एएनआई ने बताया कि एक पेड़ गिरने से एक और व्यक्ति की मौत हो गई है।

 

म्यांमार की सेना के अनुसार चक्रवात ने सितवे, क्यौकप्यू और ग्वा टाउनशिप में घरों, बिजली के ट्रांसफार्मर, मोबाइल फोन टावरों, नावों और लैम्पपोस्ट को भी नुकसान पहुंचाया है। इसने देश के सबसे बड़े शहर यांगून से लगभग 425 किमी (264 मील) दक्षिण-पश्चिम में कोको द्वीप पर खेल भवनों की छतें भी तोड़ दी।

 

सितवे में निकासी और बचाव के प्रयास

 

सितवे में 4,000 से अधिक निवासियों को अन्य शहरों में ले जाया गया और 20,000 से अधिक लोगों ने मठों, पगोडा, और शहर के ऊंचे इलाकों में स्थित स्कूलों जैसी मजबूत इमारतों में शरण लेकर चक्रवात से खुद को बचाया। टिन नयिन ऊ जो सित्तवे के शेल्टर में स्वयंसेवी हैं ने बताया कि यह जनता को उच्चतम भूमि पर स्थित इमारतों में शरण मिली है। यह समाचार एएनआई ने अल जजीरा के संदर्भ में रिपोर्ट किया था।

ताचिलीक टाउनशिप में भूस्खलन की घटनाएं

 

एक अन्य भूस्खलन की घटना में म्यांमार के पूर्वी शान राज्य की एक बचाव टीम ने अपने फेसबुक आधिकारिक पेज पर घोषणा की कि उन्होंने एक जोड़े के शव बरामद किया है जो तचिलीक टाउनशिप में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण अपने घर में दब गए थे।

 

चक्रवात मोचा  पड़ा कमजोर

 

हालांकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा "बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान" मोचा  कमजोर हो गया है सिस्टम लगातार कमजोर हो रहा है और अगले कुछ घंटों के दौरान एक कमजोर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा ।

 

चक्रवात मोचा के कहर से बांग्लादेश बाल-बाल बचा

 

म्यांमार में कहर बरपाने के बादमोचा ने निचले पड़ोसी बांग्लादेश में शरणार्थी शिविरों के घनी आबादी वाले समूह को बख्श दिया। देश में अधिकारियों ने लगभग 300,000 लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुँचाया। तूफान के देश में आने से पहले तैयारी की गई थी । एएनआई ने डेली स्टार के हवाले से बताया कि बाकी रोहिंग्या शरणार्थियों ने कॉक्स बाजार में घनी आबादी वाले शिविरों में स्थित अपने जर्जर घरों के अंदर दुबक कर खुद को बचाया।

 

निष्कर्ष

 

चक्रवात मोचा ने गंभीर चक्रवाती तूफान में कमजोर पड़ने से पहले म्यांमार में गंभीर क्षति पहुंचाई। अधिकारियों ने सितवे में हजारों लोगों को निकाला और बचाया भूस्खलन के परिणामस्वरूप तीन लोगों की मौत हो गई और संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है । पड़ोसी देश बांग्लादेश, देश में तूफान आने से पहले लगभग 300,000 लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले गया था हालाँकि बाकी रोहिंग्या शरणार्थियों को चक्रवात से बचने के लिए अपने अस्थायी आश्रयों पर निर्भर रहना पड़ा।

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