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जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का भाई अब्दुल रऊफ अजहर भारत में आतंकी हमलों की योजना बनाने और उसे अंजाम देने का आरोपी
चीन ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक वरिष्ठ आतंकवादी को ब्लैकलिस्ट करने के भारत के प्रस्ताव को रोक दिया है। विचाराधीन आतंकवादी अब्दुल रऊफ अजहर है जो JeM प्रमुख मसूद अजहर का भाई है। उस पर भारत में कई आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने का आरोप है जिसमें 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान IC814 का अपहरण, 2001 में संसद पर हमला और 2016 में पठानकोट IAF बेस को निशाना बनाना शामिल है।
UNSC में अब्दुल रऊफ अजहर को ब्लैक लिस्ट करने का भारत का प्रस्ताव
भारत ने UNSC की 1267 ISIL और अल-कायदा प्रतिबंध सूची में JeM के अब्दुल रऊफ अजहर को जोड़ने का प्रस्ताव दिया था। यह उनकी संपत्ति फ्रीज, यात्रा प्रतिबंध और हथियार प्रतिबंध के अधीन होगा। हालांकि चीन ने साक्ष्य की कमी और आगे परामर्श की आवश्यकता का हवाला देते हुए प्रस्ताव पर आपत्ति जताई।
चीन द्वारा आतंकवादियों को काली सूची में डालने के प्रस्तावों को बार-बार रोकना
यह पहली बार नहीं है जब चीन ने रऊफ अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के भारत के प्रयासों को बाधित किया है। पिछले साल चीन ने भारत और अमेरिका द्वारा उसे समान प्रतिबंधों के अधीन करने के प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी जिससे भारत की व्यापक निंदा हुई थी।
चीन पर यूएनएससी द्वारा ब्लैकलिस्ट किए जाने से पाकिस्तान स्थित अन्य आतंकवादियों को बचाने का भी आरोप लगाया गया है। पिछले साल इसने हाफिज तलह सईद, शाहिद महमूद और साजिद मीर को अल-कायदा प्रतिबंध सूची के तहत काली सूची में डालने के प्रस्तावों पर रोक लगा दी थी। बावजूद इसके कि क्षेत्र में सक्रिय आतंकी समूहों से उनके ज्ञात संबंध थे।
भारत और चीन के बीच तनाव
चीन के इस कदम से दोनों देशों के बीच तनाव गहराने की संभावना है जो सीमा विवाद और व्यापार सहित कई मुद्दों पर आपस में भिड़े हुए हैं। भारत ने आतंकवादियों को काली सूची में डालने के उसके प्रस्तावों को चीन द्वारा बार-बार बाधित किए जाने पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा है कि इससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में गलत संदेश जाता है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने कहा है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए अन्य देशों के साथ काम करना जारी रखेगा कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को न्याय के कठघरे में लाया जाए। इसने चीन से "अपनी स्थिति की समीक्षा करने और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 प्रतिबंध समिति के तहत उक्त व्यक्ति को आतंकवादी के रूप में नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन करने" का भी आह्वान किया है।
निष्कर्ष
UNSC में
अब्दुल रऊफ अजहर को ब्लैकलिस्ट करने
के भारत के प्रस्ताव पर
चीन की आपत्ति ने
एक बार फिर पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के समर्थन पर
सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस कदम से भारत और
चीन के बीच तनाव
गहराने की संभावना है
जो हाल के वर्षों में
कई मुद्दों पर विवाद में
रहे हैं।